G-spot kaha hota hai, kaise pata kare|G-spot क्या होता है?

Apni Hindi
0

 

What is G-spot?

What is G-spot?


   क्या होता है G-spot, ये फीमेल के बोड़ीमे कँहा होता है। बहोत से लड़के इस बातको जानने के लिए उत्सुक होते है कि आखिर G-spot है क्या। क्योंकि ये मानना है कि लड़कियों को Orgasm लेवल तक पहुंचने में G-spot का इम्पोर्टेन्ट बहोत होता है।



     पर में आपको एक सच्चाई बतादूँ जो रियलिटी है कि G-spot नामका कोई भी बॉडी पार्ट फीमेल बॉडी में है ही नही। कोई भी मेडिकल टर्म में G-spot वर्ड को युस ही नही किया जाता। कोईभी डॉक्टर G-spot को यूस नही करते। सिर्फ हम अपने फायदे के लिए ओर खुद को समझाने के लिए समझने के लिए फीमेल बॉडी के एक पार्ट को G-spot नाम पे यूस करते है। अगर आप डॉक्टर से कंसर्ट करने जावो तो G-spot जैसे वर्ड के नामका इस्तेमाल भी नही करते। फिरभी लोग उसे ढूंढते रहते है लड़कियों की प्राइवेट बॉडी में, ये G-spot आखिर है कँहा।



    फीमेल की जो वजेयना होती है वो केनल जैसी होती है, उसका जो पूरा हिस्सा होता है वह 10 से 12 इंचका होता है, पूरा बाहर से लेके अंदर तक। ये जो वजेयना का हिस्सा होता है शरुआत का जो 2-3 इंचका हिस्सा होता है वो सबसे ज्यादा सेंसिटिव हिस्सा होता है। अगर कोईभी लड़केका प्राइवेट पार्ट अंदर तक चला जाये , पर लडकिया उनको अंदर तक फील नही कर पाती क्योंकि उनको वो फिलिंग अंदर तक रहेती ही नही है।



   फीमेल सिर्फ और सिर्फ बाहरका जो 2-3 इंच हिस्सा होता है उसीको फील कर सकती है और वही सबसे ज्यादा सेंसिटिव हिस्सा होता है। यही 2-3 इंच हिस्सा फीमेल पार्टनेरको सेटिस्फेक्शन देने के लिए काफी है।



   पर लड़को की यह सोच है कि उनका प्राइवेट पार्ट थोड़ा सा बड़ा होगा, लंबा होगा तो फीमेल पार्टनर को आंनद मिलता है। वह सिर्फ अपने आपको संतुष्ट करने की सोच है पर यह सही (रियलिटी) नही है।



   लड़के सिर्फ 2 इंच प्राइवेट पार्ट को लेके ही अपने फीमेल पार्टनरको खुश कर सकते है। क्योंकि यह रियलिटी है। यही दो- तीन इंच हिस्से को लोग G-spot नाम से बुलाते है। ये सच्चाई है।




    जो वजेयना का बाहरका हिस्सा होता है उसे वालवा कहा जाता है। जिसको हम देख सकते है, फील कर सकते है, टच कर सकते है। पर जिसको हम नही देख सकते एक्च्यूल वजेयना वही से स्टार्ट होती है। अगर आप अपने फिंगर को अपने वजेयना वाल्व में डालते हो तो आपका दो-तीन इंच हिस्सा वजेयना के अंदर तक चला जायेगा। तो वही दो- तीन इंच सबसे ज्यादा सेंसिटिव हिस्सा होता है। उसी दो- तीन इंचको G-spot कहा जाता है। पर फीमेल पार्टनर को उसी दो-तीन हिस्से से Orgasm मिलता है। अगर आप इसी हिस्सेको स्टिम्युनेट करते हो अपनी फिंगर से ओर किसी ओर तरीके से आप अगर रफ करते हो तो इस जगह पे फेक्सन होती है उस से फीमेल पार्टनर को बहोत आंनद मिलता है। फीमेल पार्टनर Orgasm लेवल तक पहोंच जाती है। चाहे वो स्टिम्युनेशन से हो चाहे वो इंटरकोर्ष से हो। 

 


पीरियड के कितने दिन बाद आप प्रग्नेंट हो सकते हो? Click Her

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Please do not Enter any Spam Link in the Comment box.

एक टिप्पणी भेजें (0)